रंगमंच

रंगमंच 

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नायकमहानायकखलनायक 

अपनी-अपनी भूमिका में अति व्यस्त हैं;

किराये के खिलाड़ियों से भरी सभा है

लेखकपत्रकारसाहित्यकार 

आँखों की पुतलीतन्मय कठपुतली बनने में तुले हैं

विशेषज्ञसर्वज्ञ अपनी अदाओं में मत्तमस्त हैं;

भिन्न-भिन्न भंगिमाओं के बीच 

तालियाँअठखेलियाँ जारी हैं

हँसतीखेलतीखिलखिलाती चेतनाओं के हार्दिक जमघट में 

न्यायपत्रपुरस्कार आयोजित हैंप्रायोजित हैं


बेचारी जनता के पास

 कोई रंग मंच है,

यही उसका जीवन,

उसके जीवन का अनोखा रंगमंच है


  • सतीश 

मार्च २७२०२३ 

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