नियति और सौभाग्य

नियति और सौभाग्य 


बहुत बार लगता है -

उलझन है हमारी नियति! 

पर, यह भी सच है कि

सुलझना है जीवन-पथ का कर्तव्य,

और एक अन्तर्निहित सौभाग्य! 


सतीश 

अगस्त 10, 2024. 


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