तुम प्रेम हो?

तुम प्रेम हो? 


तुम प्रेम हो? 

मुझे मालूम नहीं! 


तुम्हें छूना चाहता हूँ, 

पर, छू नहीं पाता,

तुम्हें पढ़ना चाहता हूँ,

पर, पढ़ नहीं पाता, 

तुम्हें लिखना चाहता हूँ,

पर, लिख नहीं पाता,

तुम्हें देखना चाहता हूँ,

पर, देख नहीं पाता! 


तुम प्रेम हो? 

मुझे मालूम नहीं! 


सतीश 

मार्च 31, 2025 


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